बीसवीं सदी के अंतिम दशक के हिंदी उपन्यासों में साम्प्रदायिकता की समस्या (‘वे वहाँ कैद हें’, ‘त्रिशूल’ और ‘हमारा शहर उस बरस’ उपन्यासों के विशेष संदर्भ में)

Kumar, Amrendra

बीसवीं सदी के अंतिम दशक के हिंदी उपन्यासों में साम्प्रदायिकता की समस्या (‘वे वहाँ कैद हें’, ‘त्रिशूल’ और ‘हमारा शहर उस बरस’ उपन्यासों के विशेष संदर्भ में) Amrendra Kumar - 2013.

बीसवीं सदी के अंतिम दशक के हिंदी उपन्यासों में साम्प्रदायिकता की समस्या (‘वे वहाँ कैद हें’, ‘त्रिशूल’ और ‘हमारा शहर उस बरस’ उपन्यासों के विशेष संदर्भ में)
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